दोस्तों की महफ़िल सजे ज़माना हो गया ।
लगता है खुल के जीये ज़माना हो गया ॥
काश कहीं मिल जाय वो काफ़िला दोस्तों का ।
अपनों से बिछड़े अब ज़माना हो गया ॥
लगता है खुल के जीये ज़माना हो गया ॥
काश कहीं मिल जाय वो काफ़िला दोस्तों का ।
अपनों से बिछड़े अब ज़माना हो गया ॥
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