मुझे कोई ऐसा क़माल दे बाबा,
जो हर आफ़त को टाल दे बाबा,
कम आमदनी से घर नहीं चलता,
मेरी भी लाँटरी निकाल दे बाबा,
दिल में कोई हसरत बाकी ना रहे,
मुझको इतना सारा माल दे बाबा,
घरवाली के हाथ न लग जाएँ कहीं,
बाहरवाली के ख़त सँभाल दे बाबा,
जो माँगें तेरे बस की न हों ,
बेहतर है कल पे टाल दे बाबा.....
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4 comments:
तथास्तु बच्चा..
पूरी कर देगा उसी वक्त तेरी वो हर ख्वाहिश
जिस घडी दिल से तू बुरे ख्याल निकाल दे बाबा
:)
jawani main budhapa aa gaya
sar par thode baal de baba...
valentine day aaya hain
ek hassen kamaal de baba...
was just passing by ... liked it ..
बाबा कभी तो सुनेगा........जारी रहें
बहुत जोरदार लिखा है, हर शेर पर दाद और हंसी दोनों अपने आप ही निकले
सबका तू ही तो एक आका है
सबकी धोती संभाल दे बाबां।
अशोक मधुप
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