Friday, 13 February 2009

मुझे कोई ऐसा क़माल दे बाबा...

मुझे कोई ऐसा क़माल दे बाबा,
जो हर आफ़त को टाल दे बाबा,

कम आमदनी से घर नहीं चलता,
मेरी भी लाँटरी निकाल दे बाबा,

दिल में कोई हसरत बाकी ना रहे,
मुझको इतना सारा माल दे बाबा,

घरवाली के हाथ न लग जाएँ कहीं,
बाहरवाली के ख़त सँभाल दे बाबा,

जो माँगें तेरे बस की न हों ,
बेहतर है कल पे टाल दे बाबा.....

4 comments:

Mohinder56 said...

तथास्तु बच्चा..

पूरी कर देगा उसी वक्त तेरी वो हर ख्वाहिश
जिस घडी दिल से तू बुरे ख्याल निकाल दे बाबा

:)

Anonymous said...

jawani main budhapa aa gaya
sar par thode baal de baba...

valentine day aaya hain
ek hassen kamaal de baba...


was just passing by ... liked it ..

दिगम्बर नासवा said...

बाबा कभी तो सुनेगा........जारी रहें
बहुत जोरदार लिखा है, हर शेर पर दाद और हंसी दोनों अपने आप ही निकले

bijnior district said...

सबका तू ही तो एक आका है
सबकी धोती संभाल दे बाबां।

अशोक मधुप