Wednesday 13 January 2010

डाली..

डाली डाली डाली हमने छान डाली,
मगर ज़ालिम ज़माने ने काट डाली,
वो डाली, जिसपे हमने नज़र डाली!!

3 comments:

Murari Pareek said...

वाह एक डाली को कितने रूप प्रदान कर दिए !!

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून said...

ज़माने की नज़र और शायर की नज़र दोनों की ही बल्ले.

daanish said...

(:
(:
(: