Thursday, 17 January 2008


मालिक तूने गाड़ी बनाने वालों को

क्यों बना दिया


इन्होने गाड़ी चलाने वालों को


बेघर कर दिया

1 comment:

इरफ़ान said...

अरे भाई आपने तो चक्कर में डाल दिया. मतलब नारी बीच सारी...वाली हालत होते-होते बची.

मेरे जैसे मतिमंदों के लिये व्याख्या-"कवि कहता है कि ऐ ईश्वर! तूने मोटरगाडी बनानेवाली कंपनियाँ क्यों बनाईं. इन्होंने जो गाडियाँ बनाईं उन्हें चलाते हुए ड्राइवर अपना घर-बार छोड कर बेघर हो गये हैं."

आशा है आप ड्राइवर के साथ खडे इस शेर को सराहेंगे-

दिल के अरमाँ आसुओं में ढल गए,

वो उतरकर चल गए हम गेयर बदलते रह गए