Thursday 31 January 2008

मुर्मू मांझी के बाद अब इफ़्फ़न 'घुर्मामारकुण्डवी'

यार उरियां हो गए, जो उरियां किया बिलाग पे
फ़ोन का इक बिल अज़ीज़ो, इफ़्फ़न 'घुर्मामारकुण्डवी' ने

(यह एतिहासिक सेर और इफ़्फ़न 'घुर्मामारकुण्डवी' नामक सायर उस पोस्ट के बाद अस्तित्व में आए जिसे टूटी में कुछ रोज़ पहले लगाया गया था.)

1 comment:

मुनीश ( munish ) said...

dafa 302 lagni chahiye aise azzezon pe.