अर्ज़ है---
जाने कहां सितारों में छिप गय वो शायर-ए-आज़म विलियम शेक्स-पियर
सरे-शाम अक्सर सोचा किये हम ले के हाथ में बियर !!
(composed after watching an Asmita group's presentation of Shakespeare)
Wednesday, 19 September 2007
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