Saturday 29 September 2007

आंखों में नहीं चैन, न दिल में करार


आंखों में नहीं चैन, न दिल में करार...
आंखों में नहीं चैन, न दिल में करार....
जब से मेरा घर साफकर तू हो गई फरार !






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