Monday 10 December 2007

मोब्बत पे घटिया शेर

उनका नाम लिख के जो, धूप में रख दूं तो
उन्हें पसीना आ जाये, ऎसी मेरी मोब्बत है

1 comment:

विनय (Viney) said...

इस मोब्बत में दम है!