पेश हैं अनुराग शर्मा के भेजे दो अशआर .
ूओओओओओओओओओओओओओओ
ओओओओओओओओओओओओओओ
ओओओओओओओओओ
ओओओओओओओओओओओओओओओओओओओओ
ओओओओओओओओओओओओओओओओओओ
उल्लू के पट्ठे, हुए हैं इकट्ठे
बिठाने चले हैं, अपने ही भट्टे
हम चमक गए, वो चमका गए
मजूरी ले गए, चूना भी लगा गए.
Friday, 8 August 2008
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7 comments:
ओओओओओओओओओओओओ ओओओओओओओओओओओओ
_ मुझे तो ये लगा कि (अभिषेक बच्चन)IDEA नेटवर्क वालों के सर्वशिक्षा अभियान का title कोरस चल रहा है।
हम चमक गए, वो चमका गए
मजूरी ले गए, चूना भी लगा गए
वाह! क्या बात है। मस्त लिखा है।
अज़ीम शायर तक मेरा सलाम पहुंचे.
वाह-वाह-वाह।
जर्रानवाजी का बहुत-बहुत शुक्रिया, मेहरबानी
~ अनुराग शर्मा.
Very good......
Kya bakwaas hai.
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