Tuesday, 18 September 2007

सितारों ने साथ छोड़ दिया ! !


कदम कदम पर बहारों ने साथ छोड़ दिया !
ज़रूरत पड़ने पर यारों ने साथ छोड़ दिया !!
वादा किया था सितारों ने साथ देने का !
सुबह होने पर सितारों ने साथ छोड़ दिया !!

3 comments:

अनामदास said...

बहुत अच्छे, चार छह जितने याद आ रहे हैं, अभी भेजता हूँ.

Anonymous said...

विमल भाई
बड़ी मेहनत से आपके लिए ये अनमोल मोती जुटाए हैं, ज्यादातर दिल्ली की ब्लूलाइन बसों से साभार हैं, कुछ का स्रोत याद नहीं. हाँ, रंगी स्टिकरों पर बड़े प्यार से सजाकर लिखे जाते हैं. मालिक मेहरबान है, मगर चमचों से परेशान है...टाइप ही नहीं, इश्क़, बेवफ़ाई वग़ैरह पर जो शेर होते हैं, उनका उद्देश्य यही होता है कि सबको समझ में आ जाए, कोई बात बाक़ी न रह जाए. अच्छा सिला दिया तो मेरे प्यार का, यार ने ही लूट लिया घर यार इसीलिए तो बस ड्राइवरों के बीच इतना लोकप्रिय हुआ था.
अनामदास

Udan Tashtari said...

सही है ठेले रहिये.