Friday, 21 September 2007

वो देखो शेर मारा !!!





वो रोज़ मुझे आदाब आदाब कहकर मुस्कुराने लगे !!


वो रोज़ मुझे आदाब आदाब कहकर मुस्कुराने लगे!!


एक दिन दाब दिया गला पकड़कर तो छ्टपटाने लगे !

5 comments:

aarsee said...

सही है।

इष्ट देव सांकृत्यायन said...

दाद ही नहीं, दिनाई, खाज, खुजली सब. रिंगकटर लोशन हम नहीं भेजेंगे. उसका इंतजाम आप खुद करें.

Shiv said...

वक्त बदला अजब तरीके से

वक्त बदला अजब तरीके से

शायर भी अब गला दबाने लगे

Udan Tashtari said...

वो देखो शेर मारा
वो देखो शेर मारा
वो देखो शेर मारा
........

क्या सच में मर गया, वो बेचारा???

Unknown said...

आज हीं सुना हू अजयजी बस आपके लिए

जिंदगी में चलते चलते जब कभी कोई मोड़ आए
जिंदगी में चलते चलते जब कभी कोई मोड़ आए

भोपू बजाइये सिग्नल दीजिये और मुड़ जाइये