Sunday, 30 September 2007

बिजली को हाथ लगाया तो बिजली चली गई







1 comment:

Udan Tashtari said...

बेड लक....

खुदकुशी भी नसीब नहीं,
जालिम इस जमाने में.
अरे बिजली गई है तो क्या,
रस्सी से लटक जा गुसलखाने में.

--गुस्ताखी माफ. :)