Thursday, 27 September 2007

क्यों श्रीमान! कैसा है अनुमान ?



बड़े -बडे भगवान यहां पर !

बड़े - बड़े इंसान !!

करते रहते रोज़ घोटाले !

पाते जनता का सम्मान !!

सौ में नब्बे हैं बेईमान !!

फिर भी मेरा भारत महान !!

2 comments:

Divine India said...

फिल्म 16 दिसंबर के एक संवाद का अच्छा विस्तार किया है आपने…।
छोटे में बड़ा खोटा… बहुत खुब!!!

Udan Tashtari said...

रोक के रख्खा है,उनका रस्ता घेर
रोज लिखवाने को एक सस्ता शेर
उनको मिलता नहीं है कोई इनाम
फिर भी मेरा भारत महान!!!