डरो ट्रेन से नहीं, डरो ट्रक से नहीं, डरो ब्लू लाइन से नहीं....2
उनमे तो फिर भी ब्रेक होता हैं...
डरो तो उस रिक्शे से जिसमे किसी का खून जलता हैं..
Wednesday 26 December 2007
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महंगाई के दौर में एक राहत की सांस
2 comments:
बहुत बढिया लिखा है..
सस्ते में ही बहुत कुछ सोचने का मौका मिल गया..
बहुत खूब!!
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