जिस क़दर जूते पड़ें आराम है,
आशिक़ी बे-गैरती का नाम है,
खूब हैं आँखें तेरी छोटी-बड़ी,
एक है अखरोट इक बादाम है,
इश्क़ के मिस्कीं जूते खाये जा,
बाद हर तकलीफ़ के आराम है,
उफ़ मेरी लैला का मुझसे पूछ्ना,
कहिये मजनू आप ही का नाम है?
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7 comments:
खूब हैं आँखें तेरी छोटी-बड़ी,
एक है अखरोट इक बादाम है,
" ha ha ha ha mind blowing, bhut khub"
Regards
उफ़ मेरी लैला का मुझसे पूछ्ना,
कहिये मजनू आप ही का नाम है?
क्या बात है।
kya baat hai mian, wah
kya baat hai mian, wah
यह आप की लेला आज कल के जमाने की रही होगी
वाह वाह
वाह वाह
वीनस केसरी
अर्ज़ किया है ..
मिल रहीं अब्बा से तेरे घुड़कियाँ
ये भी तेरे इश्क का ईनाम है
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