Friday 10 April 2009

'सेविंग द' फिग लीफ़' शायरी






नक़्श हुआ कीजे फरियादी किसी की शोखिए तहरीर का



हर जतन से रखियो सलामत पत्ता मगर अंजीर का





7 comments:

mehek said...

waah}

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून said...

पत्ते की सलामती छोडो अंजीर खाओ
पकडे गए तो डंडा औ' जंजीर खाओ.

वाह वाह, वाह वाह

मुनीश ( munish ) said...

डीयर महक & काजल मैं सोच रहा था के इस शेर को कोई समझ न पायेगा यहाँ ,मगर तुम दोनों ने मुझे क़सम से खुश कर दिया . तुम्हारी जोड़ी बनी रहे ।

Anonymous said...

पत्ता मगर अंजीर का हो तो हुआ कीजै
आधा फल अभी तो कोई चैन से खाने दीजै

मुनीश ( munish ) said...

आधा फल ? ये क्या आयटम हुआ अनाम साहब ???

vismrit said...

अाधा फल अर्थात् द फॉरबिडेन फ्रूट....माने के इडेन गार्डेन का एप्पल....अनाम भाई अादम अौर हव्वा हवाई तक पहुँच गये,..:)

मुनीश ( munish ) said...

vah!vah!