Wednesday 8 April 2009

आ जाये मुसीबत....

आ जाये मुसीबत तो हटाये नहीं हटती,
उम्र और महँगाई घटाये नहीं घटती,
इश्क़ को बैंक बैलेंस ज़रूरी है दोस्त,
कँगलों से लड़की पटाये नहीं पटती...

4 comments:

महेन said...

मुक़र्रर!

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून said...

इश्क वो चटनी है जो चटाये नहीं चटती
इस गुड्डी की कन्नी कटाए नहीं कटती.

मुनीश ( munish ) said...

vaah!

संगीता पुरी said...

बहुत बढिया लिखा।