Monday, 6 April 2009

साथियो , अबे मेरे कलेजे के टुकडो सुनो.....


दारू छनती बड़ी जगह ,पर नम्बर वन तो सोलन है ,




सस्ता - शेर कोई ब्लॉग नहीं ये तो इक आन्दोलन है !

5 comments:

परमजीत सिहँ बाली said...

बिल्कुल सही फरमाया आपने।

ऋतेश त्रिपाठी said...

hari OM...hari OM :)(Old Monk)

दिगम्बर नासवा said...

वाह क्या शेर है.............शेर नहीं आन्दोलन है , बहुत खूब

अनूप भार्गव said...

जय हो .....

मुनीश ( munish ) said...

Pyaare-pyaare dosto ap meri jaan ho jee!