Monday 12 November 2007

अंडा तो सफ़ेद होता है !!!!


अंडा तो सफ़ेद होता है !

सफ़ेद तो दूध भी होता है !!

दूध तो भैंस देती है !

भैंस तो काली होती है !

काला तो आदमी भी होता है !

आदमी तो पान खाता है !!

पान तो लाल होता है !

लाल तो गुलाब भी होता है !!

गुलाब में कांटे होते हैं !

कांटे तो मछली में भी होते हैं !!

मछली तो अच्छी होती है !

अच्छा तो इंसान भी होता है !!

इंसान तो लम्बा होता है !

लम्बा तो ये मैसेज भी है !!

मुझे तो दिमाग खाना था !

खा लिया !!

( ये एक sms msg है )

5 comments:

चंद्रभूषण said...

बड़ा पोएटिक है। किसी सिनेमा वाले के हाथ न लग जाए...

समयचक्र said...

बहुत बढ़िया काव्य

ढंढोरची said...

आप की कविता पढ़ कर एक जवाब सूझा उसे मेरे चिट्ठे पर पढ़े..

Yunus Khan said...

जे हुई ना बात । इसे कहते हैं असली विमली सेर । छा गये गुरू ।

Anita kumar said...

हा हा हा आप ने दिमाग तो खा लिया लेकिन दिल जीत लिया