Monday, 26 November 2007

अकल से मोटा

अकल से मोटा हमारा चाम होना चाहिऐ /
हो भले थू- थू मगर कुछ नाम होना चाहिऐ //
प्यार करने के लिए काफी कलेजा ही नही /
बाप से बेटा तनिक बदनाम होना चाहिऐ //

1 comment:

Ashok Pande said...

बहुत उम्दा है। वाह जनाब।