Sunday 28 October 2007

हमने तो उनकी याद में ज़िंदगी गुज़ार दी,


हमने तो उनकी याद में ज़िंदगी गुज़ार दी,


हमने तो उनकी याद में ज़िंदगी गुज़ार दी,

हमने तो उनकी याद में ज़िंदगी गुज़ार दी,


वो फिर नहीं आये जिन्हें कुल्फ़ी उधार दी!

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