Monday, 12 November 2007

TRIBUTE TO PAVVA

ADDHEY SE NAHI PARHEZ MUJKO,
ADHDHEY SE NAHI PARHEZ MUJHKO, PAR PAVVA ZARA TRENDY HAI,

KHEESAY ME SAMA JAYE HAI , YE ITEM BADA HANDY HAI.

3 comments:

Ashok Pande said...

क्या बात है मुनीश भाई आपके ट्रेंडी पव्वे की। उसी की शान में पेश है ये क़सीदा:

कोयल से भला कव्वा, दुग्गी से भला चव्वा
चैपल से भला चंदू, बोतल से भला पव्वा

इरफ़ान said...

भई वाह, अशोक भाई 'कोयल से भला कव्वा'

कह कर आपने एक बहुप्रतीक्षित कथन यहां प्रस्तुत किया.आभार.

Anonymous said...

Thanks for writing this.