Friday, 23 May 2008

कुछ लोग हँसते हैं ,
कुछ लोग रोते हैं
कुछ ऐसे भी लोग हैं
जो न हँसते हैं, न रोते हैं ,
वो लोग सस्ते शायर होते हैं

1 comment:

Shailendra said...

यह तो सरासर हद ही हो गई
मैं इसमे सुधार की पुरजोर मांग करता हूँ
आखरी पंक्ति यू होनी चाहिए थी
"वो लोग पक्के शायर होते है "
या
"वो लोग महंगे शायर होते है "
क्यों सस्ते भाई लोग क्या विचार है ?