Thursday 22 May 2008

ज़िन्दगी की राहें मुश्किल हैं तो क्या हुआ

ज़िन्दगी की राहें मुश्किल हैं तो क्या हुआ
थोड़ा सा तुम चलो, थोड़ा सा हम ...







फिर रिक्शा कर लेंगे

(आज सुबह मिला एक एस एम एस)

3 comments:

कुश said...

रिक्शा करते वक़्त ध्यान रखिएगा.. आजकल इनमे बम फटते है..

हरिमोहन सिंह said...

वाह ये बात तो जमी

डॉ .अनुराग said...

bhada bhi tay kar lena...