Sunday, 18 May 2008

सस्ते शेर की पहली कोशिश


चाल ज़रा तेज़ है,

अच्छाई से ना परहेज़ है,

पोज तो ऐसे देती है,

जैसे हर जगह स्टेज है।

4 comments:

अनूप शुक्ल said...

वाह!

मुनीश ( munish ) said...

wow this fox will get the grapes!lovely lomdee!

विजयशंकर चतुर्वेदी said...

Good one! Devi ji, keep it up!

दीपक said...

देखिये प्रियम्बरा जी आपके शेर का कमाल आपका शेर सुनकर हमारे महफ़ील के सस्ते शेर विजय जी ने कंपुटर छोड कर घुमने का मन बना लिया है !

अच्छा है ! धन्यवाद