Thursday 14 February 2008

Pay Commission -6( छठा वेतन आयोग)


हर करमचारी जो है सरकारी ,फिरता ज्यों कोई खजियल कुत्ता
लार गिराता बस यही मनावे के
बढ़ जाए मेरा भत्ता !!

2 comments:

गुस्ताखी माफ said...

मुनीश भाई ये मेरी पांच लाइनें आपके लिये;

बिन वेतन बे-तन हो बैठे, उतरा कपड़ा लत्ता
तनखा गये बाल बच्चे सब बिना हजारी पत्ता
खसम लुगाई कुत्ता बिल्ली पास माल ना मत्ता
बिना दाम सब दुनियां सूनी क्या काशी कलकत्ता
सुनो मुनीश कबीर उचारे सब पईसा की सत्ता

मुनीश ( munish ) said...

aji ghayal ki gati ghayal jaane ! bahut sundar bandhu, kripya aya karen hamesha!