Wednesday, 9 April 2008

हज़ारों साल मा‍ली टोटके दिन रात करता है

बहुत मुआफी के साथ इस शेर के साथ काम कर रहा हूं ये मेरा भी नहीं है बल्कि मेरे एक अजीज ने ये किया है दुर्भाग्‍य से वे कम्‍प्‍यूटर नहीं जानते तो उनके तरफ से मैं ही पेल रहा हू

हज़ारों साल माली टोटके दिन रात करता है

बड़ी मुश्किल से होता है चमेली पे भटा पैदा

4 comments:

इष्ट देव सांकृत्यायन said...

सुबीर जी
बाई द वे, ये भटा है कौन सी चीज़?

Anonymous said...

naam main kya rakha hai?jaise aapke hi naam main dev laga hai lekin aap baigan aur bhata main antar nahin jaante.kabhi kha ke dekhiye ,majz aa jayega.

Anonymous said...

naam main kya rakha hai?jaise aapke hi naam main dev laga hai lekin aap baigan aur bhata main antar nahin jaante.kabhi kha ke dekhiye ,majz aa jayega.

पंकज सुबीर said...

सर जी हमारे यहां पर गोल मटोल बैंगन को भटा कहा जाता है