Saturday 5 April 2008

सीख ले बेटा


अभी - अभी हल्द्वानी से नैनीताल आते हुए एक ट्रक के पीछे एक नया शेर दिखा। सस्ते मित्रों की सेवा में पेश है:
सीख ले बेटा ड्राइवरी , फूटे तेरे करम
खाना मिले कभी कभी, सोने को अगला जनम

3 comments:

डॉ .अनुराग said...

chaliye daad de hidete hai..vaise ye sher samjh nahi aaya.

मुनीश ( munish ) said...

कीचड में रखोगी पाँव तो धोना पड़ेगा
ड्राईवर जो की शादी तो रोना पड़ेगा ।
मैंने ये एक टाटा-४०७ के पीछे आज ही पढ़ा है !

मुनीश ( munish ) said...

डाक साब ' ये शेर समझने के लिए कभी ट्रक में सफर करना बहुत ज़रूरी माना गया है ! हमने करा है कभी सुबह अखबार ले जाने वाले छोटे ट्रक में तो कभी भैंस ले जा रहे बड़े ट्रक में , एक दफा तो रात को एक ऐसा ट्रक मिला जिसमें भोस्डी के ड्राईवर ने केमिकल लाद रखा था जिसकी बदबू से दो सवारी उलटी करते करते लगभग बेहोश हो गयीं ।