Friday, 4 April 2008

भंसाली, साँवरिया और...

ये फिल्म भले ही पिट गयी हो लेकिन इसके गीत सुनने में ठीक ठाक रहे। इस फिल्म को फैमली फिल्म बनाने के लिये भंसाली को एक सीन काटने पर सहमत होना पड़ा था जिसमें फिल्म के नौजवान हीरो का तौलिया गिर जाता है। उसी सीन के ऊपर हमने ये दो लाईन लिखीं, भंसाली हमसे पहले मिले होते तो शायद फिल्म उस सीन के साथ फैमिली सार्टिफिकेट लेकर पास होती। मुलाहिजा फरमाईये -

भंसाली ने रणवीर से, साँवरिया में डाँस करवाया
नया नया छोरा था, तौलिया संभाल नही पाया।

3 comments:

दीपक said...

धिरे धिरे सिख जायेगा

राज भाटिय़ा said...

यार समझ नही आता यह साले कपुरो का तोलिया कयो नही सम्भलता, इस के बाप का तोलिया भी बाबी फ़िल्म मे गिर गया था ?

मुनीश ( munish ) said...

सामयिक विषयों पर और भी लिखो यार।