
कल मैंने थियोरी ऑफ रिलेटिविटी का पहला शेर अर्ज़ किया था ।
आज
अर्ज है
थियोरी ऑफ रिलेटिविटी
का
दूसरा
शेर
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सड़क पर दूर से देखा तो थूक नज़र आ रहा था
और पास जाकर देखा तो कमबखत थूक ही था ।
छी छी छी ।
महंगाई के दौर में एक राहत की सांस
3 comments:
कहते है दाद पर थूक लगाने से दाद ठीक हो जाता है.. पर हम आपकी थूक पर दाद देते है..
और चख के देखा तो कम्बख्त स्वाद भी ....
थू थू थू ....
aap doosre ainsteen banege.....
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