Friday, 21 March 2008

संदेह अलंकार का एक उदाहरण

मुझे बताओ ये अंग्रेजी की बोतल में देसी की बू क्या है

हम तो हिन्दी की जानते थे, अंगरेजी की लू क्या है

कह रहे हैं मनीष की ऐसे ही गए थे, चलो मान ली

पर जिसके लिए न जाए कोई एक्स्क्लुसिव्ली, वो खूबरू क्या है?

2 comments:

मुनीश ( munish ) said...

हे ब्लॉग-हर्षक ! क्या ही उत्तम ये आपका काव्य कर्म है ,अवश्य ही रक्त में साहित्य का GERM है !!HAPPY HOLI!

Joshim said...

जय हो, जय हो, जय हो, - होली मुबारक