




मोअज्जिज़ मेम्बरान-ऐ -ब्लोगान हमारे क़ाबिल दोस्त जनाब इष्टदेव सांकृत्यायन ने पूछा है के हम रोह्डू इन
हिमाचल परदेश आखिर करने क्या गए थे ? ये बहोत अहम् सवाल है योर ऑनर चूंकि हम पहले ही बता चुके थे के हम वहां प्रिटी जिंटा का गाँव देखने गए थे !
चूंकि जनाब इष्टदेव एक पत्रकार हैं इसीलिए शक करना उनकी आदत है और उनकी ये आदत बिल्कुल वाजिब है , उनका शक बिल्कुल बा-बुनियाद है । दरअसल हम तो यूं ही आदतन तफरीह की गरज से वहां गए थे और वहीं जाकर हमने ये जाना के सनीमे की मशहूर अदाकारा प्रिटी जिंटा उसी तहसील रोह्डू की हैं जहाँ हम तीन रोज़ से झख मार रहे थे । '' क्यों गुरु क्या प्रिटी जी अब भी यहाँ आती हैं ?" जब मेरे कजिन ने ये सवाल हठ कोटी में वाके ब्रिज गेस्ट हाउस के chowkidaar परमेशरी प्रजापत से पूछा तो उसी ने हमसे कहा '' बचपन में आते होते थे जी , अब तो बड़े आदमी हो गए हैं , हाँ जी उनकी माता जी गाँव पुज्याली में रहते हैं वो जरूर आंदे हैं मंदर मत्था टेकन वास्ते "
तो साहेबान आज हमने आपको सवेरे ही उस मंदर की एक्सक्लूसिव फोटू दिखा दी थीं । वो फोटू जो और किसी ब्लोगिए के पास नहीं हैं । हम आपको और भी सोनी सोनी फोटू दिखाना चाहते हैं , देखते रहिये सस्ता शेर चूंकि चीता भारत से लुप्त हो चुका है और इसीलिए काफ़ी महंगा है।
4 comments:
वाह...आप तो मेहमान हैं हमारे..लेकिन अफ़सोस हम आपका स्वागत करने के लिए हिमाचल में नहीं है...
aji qurbaan jaayen apki is adaa pe hum to.
अपने प्रिय हिमाचल की शानदार तस्वीरें छापने के लिए शुक्रिया जनाब। तस्वीरें देख कर फिर एक लंबे सफर की जरूरत महसूस हो रही है। तस्वीर में दिख रही नदी कौन सी है? रास्ता-समय और ठहरने के ठिकाने आदि के बारे में बता दें तो बड़ी कृपा होगी।
ज़ुरुर मंडल जी मैं इस बारे में इत्तला करूंगा आपको , या एक पोस्ट ही छाप दूँगा ताकि और साहेबान भी वहां जाके मज़े करें और हमारे ब्लॉग की और मशहूरी हो , इसकी वो क्या कहते हैं टेलीविज़न वाले TRP भी बढेगी इसी बहाने।
Post a Comment