Monday, 31 March 2008

रम पियो तो आये मजा.

महफिल में एक शेर अर्ज़ है.दो पैग पीने के बाद.

हम को भी रम ने मारा , तुम को भी रम ने मारा
हम को भी रम ने मारा , तुम को भी रम ने मारा
हम को भी रम ने मारा , तुम को भी रम ने मारा
आओ ये पव्वा खतम कर, हम रम को मार डालें

6 comments:

इष्ट देव सांकृत्यायन said...

यार पव्वा तो अकेले आपके लिए ही कम पड़ जाएगा. हमें क्यों न्यौता देते हैं?

दीपक said...

पीकर रम तुम चाहे बोलो दील के सच हजार ”
लोग कहेंगे चढाकर आये है सरकार ”

मुनीश ( munish ) said...

ziyaada nahi kam piyo
lekin only rum piyo!
ye isht bhai ke liye hai.

Unknown said...

परुली के दाज्यू, दो पैग में बेहोश?
रम पम पोश, रम पम पोश, [ :-)]

अनूप भार्गव said...

रम रम !
बहुत बेहुदा शेर है ये तो ....

इष्ट देव सांकृत्यायन said...

munish bhai
apki baat sar-ankhon par